stories for kids में आज हम जानेंगे के कैसे अदला बदली जीबन में खुशियां पाने का एक जरिया हे । rdhindistories
एक गाऊँ में एक बूढ़ा आदमी उसके पत्नी के साथ रहता था। वो दोनों अपने जीबन में एक दुसरे से काफी खुस थे। बूढ़ा आदमी जो भी कमाता वो दोनों आरामसे अपनी जिंदगी गुजर बसर कर लेते। उनके पास एक घोडा था। जो उन्हें बेहत पसंद था। वो दोनों उस घोड़े को भाड़े पे लगा देते। और उन्हें उससे भी कुछ आमदनी मिलजाती।एक दफा बूढ़ा आदमी अपने घर के बाहार बैठा था। तभी अचानक एक बडासा नारियल उनके घर के उपर आ के गिरा। बूढ़ा आदमी और उसकी पत्नी आ के देखे तो घर का जो छपरा था वो टूट गया था। तब उसकी पत्नी ने काहा "ये क्या ? हमारा घर तो टूट गया अब क्या होगा। "तभी बूढ़ा आदमी इसपे कहता हे "अरे इसमें बुरा क्या हुआ वैसे भी घर के खिड़की सारे तो जैम हो रखे हे। हमे तो सुक्रिया करना चाहिए इस नारियल का जिसने हमे मुफ्त में हवा और रोशनी दिलवाई "। पर उसकी पत्नी बोलती हे "अभी के लिए तो ठीक हे पर बारिश और ठण्ड के दिनों में क्या करेंगे इसके लिए तो हमे इसको ठीक करना ही होगा "। बूढ़ा आदमी अपनी पत्नी के बात को मानलता हे। stories for kids
बूढ़े की पत्नी खुस होक बूढ़े को गले लगा लेती हे। फिर उसकी पत्नी बूढ़े आदमी को बोलती हे के "पर इस काम के लिए थोड़े पैसों की जरुरत होगी "। सुना हे सेहर में मेला लगा हुआ हे, हमारे पास जो घोडा हे उसे बेच के थोड़ा पैसे ले आना। बूढ़ा आदमी अपने घोड़े के साथ निकल पड़ता हे सेहर। रास्ते में उसे अपने गाये से दूध निकलता हुआ एक आदमी मिला। बूढ़ा आदमी खुस हो के उसके पास गया और उससे बोला के उसकी गाये तो बहोत ज्यादा दूध देती हे। सामने वाला बोला " क्या तुम्हे ये ज्यादा लगता हे। मुझे तो ये ज्यादा का आधा भी नहीं लगता"।तुम्हरे पास कितना बड़ा घोडा हे तुम खुस किस्मत बाले हो। बूढ़ा आदमी को पता चला के वो आदमी अपनी गाये से खुस नहीं हे। तभी बूढ़े आदमी ने उससे कहा " क्या तुम अपने गाये को मेरे घोड़े के साथ अदला बदली करोगे ? ये सुनके वो आदमी खुस होगया। उसने तुरंत अपने गाये के बदले घोडा लेलिया। stories for kids
फिर वो बूढ़ा आदमी गाये के साथ सेहर के और बढ़ा। सेहर के फाटक पर उसे एक लम्बी भीड़ दिखाई दिया। वहां पे जाके उसने देखा तो पाया के यहाँ कुछ खरीदी हो रही थी। तभी नजर एक जवान आदमी पे गया। एक जवान आदमी उसके बकरी के साथ उदास बैठा था । बूढ़े इंसान ने उससे उदासी का कारन पूछा। तो उस आदमी ने बताया के "उसके पत्नी के लिए उसने एक बकरी ख़रीदा था पर जब वो घर पहंचा तो उसने देखा के बकरी को देख के उसकी पत्नी उसपे ग़ुस्सा करने लगी , और उसे घरसे निकाल दिया। बूढ़े आदमी ने उससे अपने गाये के बदले उसकी बकरी लेने को कहा। वो आदमी खुसी खुसी अपने बकरी के बदले गाये लेके घर गया। बूढ़ा आदमी अपने साथ बकरी लेके चल पड़ा। stories for kids
अभी वो थोड़े ही दूर चला था। के तभी उसे एक जवान औरत एक दुकान दार से झगड़ती हुई मिली। उसने झगड़े के बिच जाके उस महिला को निकाला और पूछा के वो क्यों इतनी नाखुश थी उस दुकान दार से। तब उस महिला ने बताया की वो उस दुकान दार से सेब खरीदने गयी थी। उसके पास जो बतक हे उसने तीन अंडे दिए थे। और वो उस तीन अंडे के बदले उससे एक किलो सेब लाना चाहती थी पर दुकान दार ने मना करदिया। अछा इतनी सी बात, एक काम करो तुम मेरे बकरी को रखलो और इसके बदले मुझे वो बतक दे दो। वो महिला खुस होके उससे अपने बतक को बूढ़े आदमी को दे दिया। stories for kids
फिर वो बूढ़ा आदमी बतक को साथ लेके आगे चल पड़ा। आगे चल कर उसने देखा के एक जगा पे दो लोग आपस में झगड़ रहे हैं। जरासल वो कुछ लेन-देन को लेके झगड़ रहे थे। पूछने पे उन्होंने बताया के जरासल वो दोनों दोस्त हे और अपने सेब को लेके झगड़ रहे थे। दुकान दार ने उन्हें कुछ सढ़े सेब दे दिए थे। पर पहले वाले दोस्त के पास 10 थे तो दूसरे के पास 15, इसीलिए वो आपस में ही झगड़ रहे थे। इस बूढ़े आदमी ने उनके साथ एक सौदा करलिया। उसने सढ़े हुए सेब के बदले अपना बतक उनको देने का प्रस्ताब रखा। वो दोनों पेहेले तो एक दूसरे को आश्चर्य भरी निगाहों से देखते रहे, पर बाद में हसने लगे और फिरसे पुछा " क्या तुम सच में अपना बतक हमे देके हमारे सढ़े हुए सेब लोगे "? तब बूढ़े आदमी ने हामी भरी और ये सौदा पक्का करदिया। stories for kids
ये सारा माजरा और एक आदमी दूरसे देख रहा था। सौदा होजाने के बाद वो बूढ़े आदमी के पास आया और बोला "क्या आप बेवकूफ हे ? सढ़े हुए सेब लेके कौन अपना बतक दे देता हे ? ये सुनके वो बूढा आदमी हस केजबाब में बोला " जरासल हमारे पास कईन साल पहले एक सेब का पेड़ हुआ करता था। पर अचानक वो एक दिन सुख गया। तब मेरी वीबी उसके याद में खूब रोयी थी। और आज तक उसने उसी पेड़ का आखरी एक सढ़ा हुआ सेब अभी तक अपने पास रखी हुयी हे। जब वो इतने सारे सढ़े हुए सेब देखेगी तो बेहद खुस हो जाएगी और मुझे गले भी लगाएगी। ये सब सुनके वो आदमी बहत हँसा। उसने बूढ़े आदमीसे सर्त लगाई की अगर उसके इस तोफेसे उसकी बीवी खुस होगयी तो वो उसे 100 स्वर्ण मुद्रये देगा। ये सुनके बुढ़ा आदमी बोला पर मेरे पास सर्त लगाने जैसा कुछ नहीं हे में क्या लगाऊं सर्त में। तभी वो आमिर आदमी वोला "हेना तुम्हारे ये सढ़े हुए सेब। इसे में लेजाऊंगा। बूढा आदमी मान गया। वो सारे सेब को एक भर के उसके घर आया। साथ में उसके वो आमिर आदमी भी था। stories for kids
घर पहंचते पहंचते रात होगयी थी। बूढे आदमी ने अपने बीवी को बुलाया। उसकी बीवी ने दोनों का स्वागत किया। अन्दर जाके उसकी बीवी ने पुछा के मेले जो लेन गए थे वो लाये। तो जबाब में बूढ़े आदमी ने काहा की "प्रिये में मेले से घोड़े के बदले गाये लाया था ", ये सुनके उसकी बीवी बोली अरे तो उसे इस बोरी में क्यों डाल रखा हे ? तभी वो बूढ़ा आदमी बोलै के जरासल में उस गाये को एक बकरी से बदल आया। ये सुनके उसकी पत्नी खुस होगयी और बोली "अछा हुआ जो आप बकरी लाये हम सर्दिओं में उससे गर्मी लेंगे। तभी बूढ़ा आदमी फिर बोला "जरासल में बकरी के बदले मेने एक बतक लाया था। इतना सुनते ही सुनते ही उसकी पत्नी फिरसे बोली के अरे वाह मेरे बूढ़े आप ने अछा किया जो बतक ले आये। हम साथ में बैठ के अंडे खाएंगे। "stories for kids
ये सब बातें वो आदमी खड़ा सुन राहा था। उससे और राहा नहीं गया , उसने तुरंत बोला के " कास आपके पति में दिमाग नाम की कोई होती तो सायद वो बतक का सौदा सढ़े हुए सेब से न करते "। इतना सुनते ही बूढ़े पत्नी खुसी से पागल हो उठी। और अपने पति को गले लगाते हुए काहा " आप को याद हमारे पास एक सेब का पेड़ हुआ करता था ? और अचानक वो पेड़ सुख गया तो में कितनी रोई थी। आज तक मेने उसके आखरी सढ़े हुए सेब को संभल के रखूंगी। आमिर आदमी सर्त हार चुका था। उसने 100 स्वर्ण मुद्राये उस बूढ़े दिए। जब वो जाने लगा तो उसने बूढ़े पास बुलाया और उससे पुछा के बीवी घुसा होने के क्यों हुई ? stories for kids
तब बूढ़े आदमीने एक बात कही "हम अक्सर जीबन में पुरानी बातों को साथ में लेके चलते हे। और जो खुशियां अभी हमारे साथ हे उन्हें नजर अंदाज कर देते हैं हैं। जीबन हमे बहत कुछ देती हे पर हम पुराने चीज़ों से जुड़े हने या फिर उनसे लागब हने के वजेसे जिंदगी को जी पाते। हमारे सुख को अदला बदली करके ही हम खुशियां बढ़ा सकते हे। ये सुनके उस आमिर आदमी ने बूढ़े आदमी से माफ़ी मांगी और चला गया। stories for kids
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